A powerhouse of talent, Kangana Ranaut is a budding poet who loves to pen down poems. Her artistic side is very glorious, It has been revealed that she’s been writing poems since she was 15. She has over the years penned down some of the most beautiful poems.
Kangana Ranaut has released some of the poems from her vault in recent times. Check Out this exclusive collection of her amazing poems!
POEMS BY KANGANA RANAUT
1. MOTHER
Kangana Ranaut pens down this beautiful poem on the account of Mother’s Day. Here, she dedicates some beautiful words as a gift to her mother and all the mothers in the world. Happy Mother’s Day. ♥️
MOTHER
I'm your longing for life
When I first arose in your young heart ...
Your eyes gleamed with hope
When I came to your womb as a single cell
You breathed to give me life
You ate to give me blood
And then you cut me off from you
And gave me to the world
A piece of you
Outside of you
Lost and looking for you
I travelled the world,
But nowhere I found the love
and warmth of your womb
And then I went to my own heart ...
I found you mother I found you there...
You arise in my heart
As a desire As a longing ... for life
I'm your longing for life !
– Kangana Ranaut
2. AASMAN
'Aasmaan', written & directed by Kangana Ranaut is all about love and perceptions. This heartfelt poem on love uses the sky as an analogy and has been shot & edited by Kangana herself. Not just this, Kangana did almost everything on her own. ♥️
आसमान
"कहती हो आसमान एक धोका है,
मुझे महसूस कर, मेरी मोहब्बत।
जो कभी गया ही नहीं,
उसे ढून्ढ पाओगे कैसे?
एक हो जायेंगे हम,
गर मेरे बादलों से गिरती हुई बूंदो को,
अपने आसुओं में मिलने दोगी |
डूब जाओगे मुझमें जब,
तो फिर मेरी मोहब्बत झुठलाओगे कैसे?
कहती हो मैं तनहा हूँ,
ना मकसद है, ना मोहब्बत |
कभी सोचा है, मैं रोज़ चाँद-तारे लिए,
तेरी देहलीज़ पर खड़ा हूँ |
तूने कभी सर उठाकर देखा ही नहीं,
तो तुझे अपने होने का यक़ीन दिलाऊ कैसे ?"
– कंगना रनौत
3. RAKH
Kangana Ranaut wrote this poem during her hiking trips amidst the mountains in Manali. In this poem, she conveys that while the customs are such that one needs to immerse their departed one's ashes in the holy river Ganges, she says that she would like her ashes to be scattered on the mountains as she loves the mountains. Now that's so profound indeed. ♥️
राख
“मेरी राख को गंगा में मत बहाना,
हर नदी सागर में जाकर मिलती है.
मुझे सागर की गहराइयों से डर लगता है,
मैं आसमान को छूना चाहती हूं.
मेरी राख को इन पहाड़ों पे बिखेर देना,
जब सूरज उगे तो मैं उसे छू सकूं.
जब मैं तनहा हूं तो चांद से बातें करूं,
मेरी राख को उस क्षितिज पे छोड़ देना ” |
– कंगना रनौत
4. PANGA
Kangana Ranaut announced Panga Trailer Launch with this poem. ♥️
पंगा
"जो सपने देखते हैं वो सो नहीं पाते।
उन्हें पूरा किए बिना बेचैन रहते हैं।
जो सपने देखते हैं वो गिरते हैं, रुकते हैं,
वो कमर कस्ते हैं, हर लिमिट फाँद कर बढ़ते हैं।
जो सपने देखते हैं वही खुद से मिलते हैं,
अपनी दुनिया बदलते हैं और हर सपना सच करते हैं।
जो सपने देखते हैं वो पंगा लेते हैं,
हर बंधन से, हर रुकावट से, नामुमकिन से, खुद से,
ज़ोर लगा के पंगा लेते हैं।"
– कंगना रनौत
5. DHAAKAD
Kangana Ranaut voices this in dhaakad ZEE5 promo ♥️
धाकड़
"हर तूफ़ान से वो लडे
हर हद से आगे बड़े
मुश्किलों के मुँह पे झापड़ हो
तुम धाकड़ हो
जब मुमकिन किया नामुमकिन को
किस्मत का पंजा मोड़ा हो
फिर बताओ क्यों न अंदर अक्कड़ हो
तुम धाकड़ हो
दिन रात एक हैं कि
इरादे हमेशा नेक हैं जी
तुम कमजोर नहीं तुम ताकत हो
तुम धाकड़ हो
ये पैगाम उन सबको हैं
ये नाम उन सबको है
तुम आम नहीं तुम आफत हो
तुम धाकड़ हो |"
– कंगना रनौत